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Drifting

Falling freely through seas of emptiness. Tossing, turning, drifting, lifeless. At the speed of light. Lost all count of time. Seeping thro...

Thursday 30 August 2012

ये नज़ारें ज़िन्दगी के


जब हर मोड़ पर दिखाए नए नज़ारें ये ज़िन्दगी,
जब हर किनारे पर नज़र आए कुछ और हसीं ये ज़मीन,

तो क्यों ना खो दे खुद को
कुछ पल ज़रा हम?

क्यों ना हो जाए गुम
इन नजारों में कुछ और हम?

ऐहसास करे वो खूबसूरती हम भी,
हो कर एक इस जहां से

महसूस करे उस खुदा को
इस ज़मीन, आसमान और इस हवा में

वो घुला है एक जादू-सा हो कर हर कतरें में,
वो छुपा है एक राज़-सा बनकर हर ज़र्रें में.

तो जब हर मोड़ पर दिखाए नए नज़ारें ये ज़िन्दगी,


क्यों ना समा ले इन नज़ारों को हम
हमारे दिल और ज़हन में?




क्यों ना शुक्रिया अदा करे हम उस उपरवाले का
इस जन्नत के लिए
यहाँ
इसी जहां में?




जब पाए यूही हम इन नज़ारों में खुदा को
तो हो जाए हम उसके और भी करीब




बस देखते रहे हम यूही

ये नज़ारें ज़िन्दगी के,,







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