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Drifting

Falling freely through seas of emptiness. Tossing, turning, drifting, lifeless. At the speed of light. Lost all count of time. Seeping thro...

Wednesday 10 October 2012

SHAAYARI :)

1.

समझे ना वो उलफतों को मेरी
बस मुह मोड़ कर रूठ गए,,
 
जो कुछ किया था हमने ऊनके लिए 
बस एक पल में ही भूल गए! 



2.

सब कुछ हैं, पर सब अधमरा सा हैं 
भरा हुआ घर भी खाली खाली सा हैं,,

जब से गए हो तुम,
बिरयानी का स्वाद भी फीकी दाल जैसा हैं।



3. 

ज़हन नसीब मेरे जनाब 
जो आप इस कब्रिस्तान पर आए,

महक उठे मुर्दे यहा के,
जैसे गुलिस्तान में फूल खिल आए!   

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