सूनी - सूनी सी हैं
रिम - झिम, बरसे ये रैना
कैसे, कहू जो हैं केहना?
झूमें रे मन मेरा, भागे रे हर दिशा,
संभल पाऊ ना. ये क्या मुझे हुआ?
पास तू इतना, फिर भी तू क्यु जुदा?
आँखें बंद कर लू, पा-लू तुझे सदा.......
खोया - खोया रहू, लागे ना दिल मेरा
तेरे संघ ही ग़ाऊ हर इक गीत नया
ख़्वाबों में तो मिलता हू, रोज़ ही हैं दीदार तेरा ,
पर इन बाहों को तो हैं इंतज़ार तेरा
सूनी - सूनी सी हैं
भीगी - भीगी सी हैं
ये सारी - सारी रातें
जुडी - मुड़ी सी हैं
सिलगी - बुझी सी हैं
तेरे - मेरे दिलों की तारें
आओ,
मिल - जाओ
लग जाओ गले
आओ,
खो - जाओ
हो जाए हम एक ..
रिम - झिम, बरसे ये रैना
कैसे, कहू जो हैं केहना?
झूमें रे मन मेरा, भागे रे हर दिशा,
संभल पाऊ ना. ये क्या मुझे हुआ?
पास तू इतना, फिर भी तू क्यु जुदा?
आँखें बंद कर लू, पा-लू तुझे सदा.......
खोया - खोया रहू, लागे ना दिल मेरा
तेरे संघ ही ग़ाऊ हर इक गीत नया
ख़्वाबों में तो मिलता हू, रोज़ ही हैं दीदार तेरा ,
पर इन बाहों को तो हैं इंतज़ार तेरा
सूनी - सूनी सी हैं
भीगी - भीगी सी हैं
ये सारी - सारी रातें
जुडी - मुड़ी सी हैं
सिलगी - बुझी सी हैं
तेरे - मेरे दिलों की तारें
आओ,
मिल - जाओ
लग जाओ गले
आओ,
खो - जाओ
हो जाए हम एक ..
nice :P
ReplyDeletethanx harman :)
DeleteHindi poems just always blow me away. This one is a great piece!
ReplyDeletethnx so much jenny :) its a song i wrote down last year..
DeleteVery beautiful, loved the rhyme and word selection. It can be made into a song. :)
ReplyDeletethis compliment coming from you is really flattering..
Deletethank you so much saruji :)