एक कमरा अब तक हैं खाली, मेरे दिल के किसी कोने में.
एक आरज़ू अब तक हैं बाकी, मेरे ज़हन के गेहरे अंधेरे में..
जहां अब तक बिखरा हैं उजाला, तुम्हारी रौशनी का,
जहा अब तक फैयली हैं खुशबू, तुम्हारी हसीं की..
खुशियों से भरी यादें तुम्हारी खेलती हैं यहाँ,
तुम्हारे रंगों से रंगी दीवारें अब तक हैं जवाँ..
ना चाहते हुए भी, इस कमरे के दरवाजों पर मैं दस्तक दे ही देता हूँ..
भुलाकर भी तुझको, मैं तुझसे फिरसे मिल ही लेता हूँ...
In English:
There's a room that's yet empty, somewhere in the corners of my heart..
There's a desire that's yet alive, somewhere in the darkness of my conscience..
Where scattered yet lie the rays of your brightness..
Where lingers yet the fragrance of your smiles..
Your memories full of happiness yet play around over here..
The walls yet alive, from the paint of your colours..
Unwillingly I yet land up knocking on the door..
Even after having forgotten you, yet again,
I meet you once more..